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हिंदी में रोजगार के अवसर | Employment opportunity in Hindi 2021

हिंदी में रोजगार के अवसर | Employment opportunity in Hindi 2021
हिंदी में रोजगार के अवसर | Employment opportunity in Hindi 2021


हिंदी में रोजगार के अवसर | Employment opportunity in Hindi 2021

हिन्‍दी भाषा लगातार लो‍कप्र‍िय होती जा रही है। सोशल मीडि‍या से लेकर तमाम प्‍लेटफॉर्म पर हिन्‍दी का बोलबाला है। इसके साथ ही हिन्‍दी में रोजगार या करियर बनाने के विकल्‍पों में भी लगातार इजाफा होता जा रहा है।

हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, लेकिन वर्तमान में युवा पीढ़ी इससे दूर अंग्रेजी की ओर रुख करने लगी है। हिंदी भाषा का ज्ञान वर्तमान में युवाओं और बेरोजगारों के लिए रोजगार के कई द्वार खोलता है। बस वहां तक पहुंचने की जिज्ञासा और रुचि जगाना जरुरी है।

हिन्‍दी में रोजगार के अवसर। (Employment opportunity in Hindi)

हिन्‍दी दुनिया की दूसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है। एक रिपोर्ट के मुताबि‍क इस समय दुनियाभर में हिन्‍दी बोलने वालों की संख्या 55 करोड़ से ज्‍यादा है, वहीं हिन्‍दी समझ सकने वाले लोगों की संख्या करीब 1 अरब से भी ज्यादा है।

प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, इंटरनेट, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच और संस्थाओं में हिन्‍दी के इस्‍तेमाल में इजाफा हुआ है। फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब और व्हाट्सएप जैसे प्‍लेटफॉर्म पर अब हिन्‍दी का ही दबदबा है। गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी दिग्गज कंपनियों ने भी हिन्‍दी में बहुत बड़े पैमाने पर काम करना शुरू कर दिया है। ऐसे में करि‍यर की भी बहुत संभावना है।

हिन्‍दी राजभाषा अधिकारी (Hindi Rajbhasha Adhikari)

केंद्रीय संस्थानों और कार्यालयों में राजभाषा अधिकारी की नियुक्ति की जाती है जो अपने यहां हर प्रकार से हिन्‍दी के प्रयोग को बढ़ावा देते हैं और हिन्‍दी में कामकाज को सुगम बनाते हैं। यदि आप हिन्‍दी विषय में स्नातक हैं और एक विषय के रूप में अंग्रेजी भी पढ़ी है तो राजभाषा अधिकारी के रूप में करियर बनाया जा सकता है।

हिन्‍दी अध्यापन (Hindi Language Teacher)

हिन्‍दी का अध्ययन करने वालों के बीच अध्यापन एक पारंपरिक करियर विकल्प के रूप में लोकप्र‍िय है। उच्च शिक्षण संस्थानों से लेकर प्राथमिक स्तर तक शिक्षण के अवसर योग्यतानुसार उपलब्ध रहते हैं और इसे सदाबहार करियर माना जाता है। समय-समय पर आयोजित होने वाली राष्ट्रीय पात्रतापरीक्षा’ (NET) में शामिल हो सकते हैं। इसमें अधिकतम अंक प्राप्त करने वालों को जूनियर रिसर्च फेलोशिप’ (JRF) मिल सकती है। जिसके माध्यम से शोधकार्य (PHD) करने वाले छात्रों को हर महीने 30,000/- छात्रवृत्ति दी जाती है। यह परीक्षा पास करने वालों को महाविद्यालयों में सहायक प्रोफेसर और प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति के अवसर मिल सकते हैं।

हिन्‍दी पत्रकारिता (Journalism in Hindi)

हिन्‍दी पढ़ने वाले छात्रों के बीच पत्रकारिता रोजगार का एक आकर्षक विकल्प है, जहां मेहनती और प्रतिभावान युवाओं के लिए बहुत संभावनाएं हैं। इस दौर में हिन्‍दी अखबार और न्‍यूज चैनल की संख्‍या भी काफी है। समाचार चैनलों और अखबारों के अलावा भी हिन्‍दी के अनेक चैनल और पत्र-पत्रिकाएं हैं जहां हिन्‍दी भाषी प्रति‍योगियों के लिए दरवाजे खुले हैं।

हिन्‍दी अनुवादक/दुभाषिया (Translator)

ट्रांसलेशन यानि अनुवाद का क्षेत्र बहुत बड़ा है। दुनियाभर में जैसे-जैसे हिन्दी का प्रयोग बढ़ रहा है वैसे-वैसे अनुवादकों और द्विभाषाविदों की मांग बढ़ती जा रही है। कई देशी-विदेशी मीडिया संस्थान, राजनैतिक संस्थाएं, पर्यटन से जुड़े संस्थान और बड़े-बड़े होटलों में अनुवादकों और दुभाषियों की अच्छी खासी मांग है।

रेडियो जॉकी और समाचार वाचक (Radio Jockey and News anchor)

रेडि‍यो प्रस्‍तोता अमीन सयानी की आवाज किसने नहीं सुनी। नवेद की आवाज से कौन नावाकि‍फ है। इन्‍होंने हिन्‍दी में रेडि‍यो जॉकी का कॅरियर बनाया। ऐसी बहुत सी प्रतिभाएं हैं जो इस क्षेत्र में नाम और दाम कमा रही हैं। यदि आप भी भाषा पर अच्छी पकड़ रखते हैं, आवाज़ अच्छी है तो यह एक करियर ऑप्‍शन है। इसके साथ ही समाचार वाचक भी एक विकल्‍प है। बस आपको अपनी सधी हुई प्रभावशाली आवाज़ में समाचार पढ़ने होते हैं और देश-विदेश की घटनाओं की जानकारी देनी होती है।

हिन्‍दी में क्रि‍एटि‍व राइटिंग (Creative Writing in Hindi)

रचनात्मक लेखन जिसे आज के युवाओं की भाषा में क्रि‍एटि‍व राइटिंग कह सकते हैं। इस क्षेत्र में स्वतंत्र लेखनऔर नियमित लेखन किया जा सकता है। फ़िल्म, टीवी, रेडियो, वेबसाइट, पोर्टल आदि क्षेत्रों से जुड़कर हिन्दी में लोकप्रिय लेखन किया जा सकता है और बाहर रहकर भी सेवाएं दी जा सकती हैं। हालांकि दोनों में कोई ज्‍यादा अंतर नहीं है। दोनों ही रूप में आप काम एक ही कर सकते हैं। ब्लॉग लेखन (BlogWriting) भी एक ऑप्‍शन है।

हिंदी में रोजगार के अवसर (Jobs opportunity in Hindi)

हिंदी न केवल एक भाषा बल्कि अर्थोपार्जन का जरिया है। इस भाषा में पारंगतता से न सिर्फ शैक्षणिक क्षेत्र बल्कि निजी सेक्टर विशेष रूप से फिल्म एंड टेलीविजन सेक्टर में भी अपार संभावनाएं हैं। इसके अलावा रेडियो और आकाशवाणी में भी हिंदी भाषा के जानकारों की जरुरत सदैव रहती है। भारत में हिंदी मीडिया में भी काफी रोजगार उपलब्ध हैं। यहाँ पर विधार्थियों के कुछ प्रश्नों का जवाब दिया गया है हो सकता है ये सवाल आपके भी हों-

सवाल- स्नातकोत्तर हिंदी में उत्तीर्ण छात्रों की रोजगार में क्या संभावनाएं हैं।


जवाब- राज्य सरकार और केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय में वरिष्ठ अध्यापक हिंदी, प्राध्यापक हिंदी, टीजीटी हिंदी, पीजीटी हिंदी अध्यापन के अवसर व्यापक स्तर पर हैं। साथ ही आकाशवाणी और दूरदर्शन, इलेक्ट्रोनिक मीडिया, प्रिंट मीडिया में भी अच्छी हिंदी जानने वाले को बहुत पूछ है। समाचार उदघोषक, वार्ता लेखक, प्रोग्रामिंग में व्यापक संभावनाएं हैं। वहीं प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में समाचार लेखक, स्तंभ लेखक, संपादकीय, अतिथि संपादक, प्रूफ रीडर, विशेष विधा लेखन जैसे खेल समाचार, संसदीय समाचार, बाजार समाचारके नए अवसर उभरे हैं।

सवाल- अच्छी हिंदी जानने वालो की सिने जगत और टीवी जगत में क्या संभावनाएं हैं।

जवाब- नई हिंदी के जो क्षेत्र उभरे हैं उनमें यदि छात्र दक्षता हासिल कर लेता है तो सिनेमा में पटकथा लेखन, संवाद लेखन, गीत लेखन, में रोजगार की व्यापक संभावनाएं हैं। टीवी में जिंगल्स और विज्ञापन लेखन में भी भारी मांग है।

सवाल- हिंदी के साथ कौनसी भाषा का अध्ययन करें? जिससे रोजगार मिल सकता है।


जवाब- वर्तमान परिवेष में हिंदी के साथ अंग्रेजी और किसी भी स्थानीय भाषा बोली का अध्ययन रोजगार की नई दिशाएं स्पष्ट करता है। आज प्रकाशन विज्ञापन, भाषण लेखन, आदि में अनुवादकों की भारी मांग है। यदि दोनों भाषाओं के साथ क्षेत्रीय बोली उप भाषा की जानकारी होतो वैश्विक स्तर पर किए जा रहे शोध कार्यों में शोध सहायक, निजी एफएम चैनलों पर रेडियो जोकी एंकर रुप में न केवल प्रभारी प्रस्तुति दे सकते हैं बल्कि पर्याप्त मात्रा में अर्थोपार्जन भी किया जा सकता है।


सवाल- हिंदी जानने वालों की प्रकाशन में क्या संभावना है।


जवाब- आज भारत में सर्वाधिक प्रकाशन हिंदी का है। चाहे समाचार पत्र हो या पुस्तकें हो या विज्ञापन हो। सभी में हिंदी टंकण, प्रूफ रीडिंग, औश्र पेज सेटिंग जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में हिंदी जानकारों की आवश्यकता है। नए दौर में विश्व की बेस्ट सैलर पुस्तकों का हिंदी अनुवाद का मार्केट भी तेज गति से बढ़ा है। इसमें भी अच्छी हिंदी जानकारों की अवाश्यकता है।

सवाल- कॉलेज और विश्वविद्यालय में हिंदी विषय में असिस्टेंट प्रोफेसर कैसे बनें।

जवाब- एनसीईआरटी साल में दो बार राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा नेट आयोजित करती है। विभिन्न राज्यसरकारें भी राज्य की मांग के अनुसार राज्य स्तरीय पात्रता परीक्षाएं आयोजित करती हैं। सबसे पहले विद्यार्थी का स्नातकोत्तर परीक्षा में 55 प्रतिशत प्राप्तांक होना आवश्यक है। अनुसूचित जाति और जनजाति के विद्यार्थी 50 फीसदी प्राप्तांक पर भी यह परीक्षा दे सकते हैं। उक्त पात्रता परीक्षा में दो प्रश्नपत्र होते हैं। प्रथम प्रश्न पत्र मानसिक योग्यता और शोध प्रवृत्ति पर आधारित होता है। दूसरा प्रश्न पत्र विषय का होता है। पाठ्यक्रम आयोजक संस्था की साइट पर उपलब्ध है। छात्र विगत सत्रों के प्रश्न पत्रों का सांख्यिकी अध्ययन कर इकाईवार गहन अध्ययन करें। इसके लिए स्नातकोत्तर स्तर पर रही मूल पुस्तकों का अध्ययन करें।

सवाल- स्कूल प्राध्यापक हिंदी की तैयारी कैसे करें?


जवाब- जो पाठ्यक्रम अलग अलग अंकभार में दिया गया है। कक्षा 11 और 12 की मूल पुस्तकें और बीए में आचार्य शुक्ल और नगेंद्र की पुस्तकों का अध्ययन करें। इसके अलावा लक्ष्मीनारायण चातक का काव्यांक पारिजात भी पढ़ा जा सकता है।

सवाल- हिंदी व्याकरण की तैयारी कहां से करें?


जवाब- कक्षा 6 से 8 हिंदी व्याकरण की मूल पुस्तकें अध्ययन करें। इन किताबों में व्याकरण को समझाने के बाद जो अभ्यास दिए हैं उन्हें हल करें। शब्द शुद्धि और वाक्य शुद्धि के लिए डॉ. हरदेव बाहरी की शुद्ध हिंदी पुस्तक का सहारा लें।

सवाल- स्कूल प्राध्यापक परीक्षा के अंतिम समय में किन विषयों पर विशेष ध्यान दें?

जवाब- अंतिम समय में सीनियर सैकंडरी और स्नातक पाठ्यक्रम पर विशेष ध्यान दें। क्योंकि इन इकाइयों से 110 प्रश्न पूछे जाने हैं और पाठ्य पुस्तकें कम हैं। अत: केवल 11 और 12वीं के अनिवार्य और एच्छिक हिंदी की मूल पुस्तकों में प्रस्तावना, लेखक परिचय और पाठ परिचय को दोहरा लें। साथ ही आचार्य रामचंद्र शुक्ल और डॉ. नगेंद्र के इतिहास ग्रंथों को ही मानक मानकर अध्ययन करें।


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